शोधकर्ताओं ने एक कम लागत वाली तकनीक विकसित की है। जिसके माध्यम से रक्त के नमूने से ही कैंसर कोशिका की पहचान हो सकेगी। यदि शारीर में ट्यूमर बनने की शुरूवात हो गयी है , तो एक चिप के माध्यम से रक्त की जाँच से ही इसका पता चल जाएगा। अब तक ट्यूमर की पहचान के लिए शरीर में पड़ी गांठ को ऑपरेशन करके निकालने के बाद बायोप्सी से ही कैंसर का पता चल सकता है। "सेमका " नामक यह चिप मेक्सिको के"नेशनल कौंसिल ऑन साइंस एंड टेक्नोलॉजी" के युवा शोधकर्ताओं की एक टीम ने विकसित की है , जो रक्त की जाँच से ही बता देगी की शरीर में कैंसरग्रस्त कोशिकायें है यां नहीं। 26 वर्षीय "अलेजेद्रो अंबारका" ने बताया कि धमनी को पंचर करके निकाले गए रक्त को इस चिप से परखा जाता है। कोशिकाओं में विघुत चार्ज के आधार पर उसके ट्यूमर युक्त होने यां स्वस्थ होने का पता चलता है। इस विधि से कैंसर मरीजों के इलाज की प्रगति पर भी सफलता से नज़र राखी जा सकती है
Friday, 29 April 2016
chip pehchanega cancer koshika
शोधकर्ताओं ने एक कम लागत वाली तकनीक विकसित की है। जिसके माध्यम से रक्त के नमूने से ही कैंसर कोशिका की पहचान हो सकेगी। यदि शारीर में ट्यूमर बनने की शुरूवात हो गयी है , तो एक चिप के माध्यम से रक्त की जाँच से ही इसका पता चल जाएगा। अब तक ट्यूमर की पहचान के लिए शरीर में पड़ी गांठ को ऑपरेशन करके निकालने के बाद बायोप्सी से ही कैंसर का पता चल सकता है। "सेमका " नामक यह चिप मेक्सिको के"नेशनल कौंसिल ऑन साइंस एंड टेक्नोलॉजी" के युवा शोधकर्ताओं की एक टीम ने विकसित की है , जो रक्त की जाँच से ही बता देगी की शरीर में कैंसरग्रस्त कोशिकायें है यां नहीं। 26 वर्षीय "अलेजेद्रो अंबारका" ने बताया कि धमनी को पंचर करके निकाले गए रक्त को इस चिप से परखा जाता है। कोशिकाओं में विघुत चार्ज के आधार पर उसके ट्यूमर युक्त होने यां स्वस्थ होने का पता चलता है। इस विधि से कैंसर मरीजों के इलाज की प्रगति पर भी सफलता से नज़र राखी जा सकती है
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment